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‘‘आप’’ पर आपत्ति क्यों..?

Humanity Speaks
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वही अन्ना हजारे जो कल तक अरविन्द को अपना दाँया हाथ मानते थे तथा उनका गुणगान करते नहीं थकते थे, अब आये दिन अरविन्द और उनके राजनैतिक मंसूबों की बुराई करते नज़र आते हैं। ऐसे में यह सोचने का विषय है कि इन कुछ दिनों में आखिर ऐसा क्या बदल गया कि अन्ना के प्यारे अरविंद अब उनको फूटी आँख नहीं सुहाते हैं।
गौरतलब है कि कुछ दिनों पहले तक अन्ना की कोर कमेटी में बढ़-चढ़ कर उनकी पार्टी का नेतृत्व करने वाले अरविन्द केजरीवाल को जब लगा कि देश की महत्वपूर्ण समस्यायों का हल इस तरह अनशनों के माध्यम से नहीं निकाला जा सकता तो उन्होंने अलग रास्ते पर चलने का निर्णय लिया। इसका एक कारण अन्ना का अचानक कोर कमेटी को भंग कर देना और ‘‘इण्डिया अगेंस्ट करप्सशन’’ के कार्यो को अचानक बीच में ही छोड़ देना भी था।
लियाजा अरविन्द ने अकेले ही इस रथ को खींचने का बीड़ा उठा लिया। और पूरे जोर शोर के साथ आई0 ए0 सी0 को नई ऊँचाईयों तक पहुँचाने में जुट गये। इसके फलस्वरूप वह प्रसिद्धि और पूछ जो कल तक अन्ना के कदम चूमा करती थी, अब अरविन्द के माथे का तिलक हो गयी। लेकिन शायद ये बात अन्ना को हजम नहीं हुयी और अन्ना ने बेहद बचकाने तरीके से अरविन्द से अपनी पार्टी का नाम वापस लेने का आदेश कर दिया। इस पर अरविन्द ने हर बार की तरह अन्ना के आदेशों पर बिना कोई बेरुखी दिखाये सहर्ष स्वीकार कर लिया। लेकिन इस बार जब अरविन्द ने दुगुने जोश एंव उत्साह के साथ आई0 ए0 सी0 से कहीं ज्यादा प्रभावी ‘‘आम आदमी पार्टी’’ की घोषणा की तो अन्ना को शायद अपनी पार्टी, कमेटी और प्रसिद्धि खतरे में नजर आई और उन्होंने आये दिन अरविन्द और उनकी पार्टी पर कटाक्ष करने शुरु कर दिए हैं। ऐसे में मेरे मन में कुछ सवाल उठते हैं।

1. जब अन्ना अरविन्द की टीम का हिस्सा ही नहीं हैं तो आखिर वह ये कैसे जानते हैं कि अरविन्द की पार्टी भी अन्य पार्टियों की तरह गलत राह पर है?

2. कहीं अन्ना आई0 ए0 सी0 के अस्तित्व को लेकर अरविन्द से डरे हुए तो नहीं हैं?

3. यदि अरविन्द समस्याओं का हल अपने तरीके से निकालना चाहते हैं तो इसमें गलत क्या है?

4. क्या अरविन्द के प्रयास अन्ना के अनशनों से बेहतर नहीं हैं?

और आखिर में सबसे बड़ा सवाल ये हैं कि…
5. आये दिन बाबा रामदेव, अन्ना एवं अरविन्द में एक ही उद्देश्य पर दिखाई देती असहमति कहीं इस बात का प्रमाण तो नहीं कि ये सारा आडम्बर सिर्फ एक एक दूसरे से ज्यादा ख्याति प्राप्त करने का तरीका मात्र है?

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